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Jeen Mata Ki Aarti in hindi download in pdf | जीण माता की आरती

 Jeen Mata Ki Aarti in hindi download in pdf | जीण माता की आरती

यदि आप सम्पूर्ण श्री जीण माता की आरती हिंदी में (Jeen Mata Ki Aarti in hindi) पढ़ना चाहते है तो आप यहाँ पढ़ सकते हैं | साथ ही साथ आप जीण माता की आरती pdf (Jeen Mata Ki Aarti in hindi PDF) को अपने फ़ोन तथा कंप्यूटर पर भी डाउनलोड कर सकते है।

Jeen Mata ki Aarti


Table of  Content (toc)

Jeen Mata Aarti

श्री जीण माता की आरती को शांत मन के साथ, अपने आप को माता के चरणों में समर्पित करते हुए पढ़ने से निश्चित ही धन धान्य, कीर्ति में बढ़ोतरी होती है तथा सारे कष्ट दूर हो जाते हैं | इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके पुण्य के भागी बनें तथा दूसरों को भी इसका लाभ लेने का मौका अवश्य दें | ( शेयर करने के लिए बटन नीचे अंत में दिए गए हैं | )

Jeen Mata Aarti lyrics in Hindi with image and pdf | 

jeen mata aarti
Jeen Mata Aarti

Jeen Mata Aarti in Hindi | Jeen Mata Aarti lyrics



श्री जी ण मा ता की आरती


ओम जय श्री जी ण मइया , बो लो जय श्री जी ण मइया ।

सच्चे मन से सुमि रे, सब दुः ख दूर भया ॥

ओम जय श्री जी ण मइया …


ऊंचे पर्वत मंदि र, शो भा अति भा री ।

देखत रूप मनो हर, असुरन भयका री ॥

ओम जय श्री जी ण मइया …


महा सिं गा र सुहा वन, ऊपर छत्र फि रे ।

सिं ह की सवा री सो हे, हे कर में खड़ग धरे ॥

ओम जय श्री जी ण मइया …


बा जत नौ बत द्वा रे, अरु मृदंग डैरु ।

चौ सठ जो गन ना चत, नृत्य करे भैरू ॥

ओम जय श्री जी ण मइया …


बड़े बड़े बलशा ली , तेरा ध्या न धरे ।

ऋषि मुनि नर देवा , चरणो आन पड़े ॥

ओम जय श्री जी ण मइया …


जी ण मा ता की आरती , जो को ई जन गा वे ।

कहत रूड़मल सेवक, सुख सम्पति पा वे ॥

ओम जय श्री जी ण मइया …


ओम जय श्री जी ण मइया , बो लो जय श्री जी ण मइया ।

सच्चे मन से सुमि रे, सब दुः ख दूर भया ॥

ओम जय श्री जी ण मइया …


॥ इति श्री जी ण मा ता आरती संपूर्णम् ॥


श्री जीण माता आरती से सम्बंधित प्रश्न !!

Ques – जीण माता को क्या भोग लगाया जाता है ?

Ans – जीण माता आप को श्रद्धा अनुसार सच्चे मन से कुछ भी भोग लगा सकते हैं परन्तु हलवा, मेवा, खीर और चावल भोग माँ को सबसे अधिक प्रिय माना गया है |

Ques – श्री जीण माता आरती का नियमित पाठ करने के क्या लाभ होते हैं ?

Ans – श्री जीण माता आरती का नियमित पाठ करने के बहुत लाभ होते हैं तथा इस पाठ को करने से माता की कृपा आप पर बरसती है जिससे आपके जीवन में बहुत खुशहाली आती है तथा कुछ निम्नलिखित फल भी प्राप्त होते हैं |

माँ की आरती का नियमित पाठ करने से मन को एक असीम शांति का अनुभव होता है तथा जीवन से सभी प्रकार की बुराइयां दूर होती है | 

आप स्वस्थ, धन धान्य  से परिपूर्ण और समृद्ध बनते हैं | 

यह भी कहा जाता है कि श्री जीण माता आरती सभी प्रकार की बीमारियों से निजात दिलाने में सहायता करता है तथा आपको अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करता है | 

घर में सुख, शांति एवं समृद्धि आती है |

Ques – श्री जीण माता की आरती को पढ़ने की सही विधि बताएं ?

Ans – श्री जीण माता की आरती का पाठ सुबह के समय करना सबसे अच्छा होता है क्योंकि उस समय मन शांत होता है । पाठ शुरू करने से पहले नित्य क्रिया से निवृत होकर, स्नान कर लें । उसके बाद अपने घर के मंदिर के सामने बैठकर भी यह पाठ कर सकते हैं ।


इसके बाद श्री जीण माता की प्रतिमा या तस्वीर के समक्ष धूप-दीप-अगरबत्ती जलाएं तथा जीण माता की चालीसा करने के बाद आरती का पाठ करें | 

श्री जीण माता आरती का पाठ करने के बाद आप माँ को भोग लगाएं और प्रसाद को घर के सभी सदस्यों में बांटे उसके बाद स्वयं ग्रहण करें |


Ques – श्री जीण माता आरती पढ़ने का सही समय क्या है ?

Ans – वैसे तो माँ को किसी भी समय याद किया जा सकता है | वैसे सुबह का समय श्री जीण माता आरती का पाठ करने के लिए सबसे अच्छा बताया गया है |

जीण माता को क्या भोग लगाया जाता है ?

जीण माता आप को श्रद्धा अनुसार सच्चे मन से कुछ भी भोग लगा सकते हैं परन्तु हलवा, मेवा, खीर और चावल भोग माँ को सबसे अधिक प्रिय माना गया है |

श्री जीण माता आरती पढ़ने का सही समय क्या है ?

Ans – वैसे तो माँ को किसी भी समय याद किया जा सकता है | वैसे सुबह का समय श्री जीण माता आरती का पाठ करने के लिए सबसे अच्छा बताया गया है|

श्री जीण माता की आरती को पढ़ने की सही विधि बताएं?

Ques – Ans – श्री जीण माता की आरती का पाठ सुबह के समय करना सबसे अच्छा होता है क्योंकि उस समय मन शांत होता है । पाठ शुरू करने से पहले नित्य क्रिया से निवृत होकर, स्नान कर लें । उसके बाद अपने घर के मंदिर के सामने बैठकर भी यह पाठ कर सकते हैं| इसके बाद श्री जीण माता की प्रतिमा या तस्वीर के समक्ष धूप-दीप-अगरबत्ती जलाएं तथा जीण माता की चालीसा करने के बाद आरती का पाठ करें | श्री जीण माता आरती का पाठ करने के बाद आप माँ को भोग लगाएं और प्रसाद को घर के सभी सदस्यों में बांटे उसके बाद स्वयं ग्रहण करें |

श्री जीण माता आरती का नियमित पाठ करने के क्या लाभ होते हैं?

Ans – श्री जीण माता आरती का नियमित पाठ करने के बहुत लाभ होते हैं तथा इस पाठ को करने से माता की कृपा आप पर बरसती है जिससे आपके जीवन में बहुत खुशहाली आती है तथा कुछ निम्नलिखित फल भी प्राप्त होते हैं| माँ की आरती का नियमित पाठ करने से मन को एक असीम शांति का अनुभव होता है तथा जीवन से सभी प्रकार की बुराइयां दूर होती है | आप स्वस्थ, धन धान्य से परिपूर्ण और समृद्ध बनते हैं | यह भी कहा जाता है कि श्री जीण माता आरती सभी प्रकार की बीमारियों से निजात दिलाने में सहायता करता है तथा आपको अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करता है | घर में सुख, शांति एवं समृद्धि आती है |

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